बाढ़ से हजारो लोगो घर तवाह, भारी नुकसान की संभावना, 2 हजार 5 सौ से अधिक व्यक्ति राहत शिविर में ठहरे
दतिया। ग्वालियर चंबल संभाग सहित दतिया जिले में सिंध नदी का जल स्तर बढ़ जाने आई बाढ़ ने बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में तवाही के निशान छोड़े है। जिसे देखकर रूह कांप सकती है। जिस तरह से नदियों के उफान ने निचली बस्तियों में कगर ढाया है, उससे लोगो के घर तवाह हो गए है और हजारो लोगो को भारी नुकसान की संभावना जताई जा रही है। बाढ़ का पानी कम होने के बाद बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में स्थिति भयावह दिखी है। लोग राहत शिविर में रहकर मदद की गुहार लगाते देखे गए। वही जिला प्रशासन ने सभी बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का सर्वे का आदेष दिया है। बाढ़ की बात करे तो पानी कम होने के बाद सनकुआ धाम का नजारा उजड़ा हुआ दिखाई दिया। वही लांच सिंध नदी का पुल भी पूरी तरह से बाढ़ के पानी मे वह गया। तथा रतनगढ़ माता का पुल भी देखने को नही मिला। इन तीनो का पुल टूटने के बाद आने जाने का संपर्क टूट गया है। लोग बहुत परेशान होने का सामना कर रहे है। बाढ़ प्रभावित लोगों की जिला प्रशासन के द्वारा मदद करने की शुरुआत की जा चुकी है। लोगो भोजन की व्यवस्था कराई गई है। लोग राहत कम्पो में है। जिले में सिंध नदी के किनारे बसे लगभग 52 गांव में से बाढ़ का प्रक्रोप करीब 36 गांव में पड़ा है। जिसमें से 18 गांव के लोग प्रभावित हुए है। उन्हें समुचित स्थानों पर रखने की व्यवस्था की गई। इन गांव के कुछ लोगों को हेलीकॉप्टर के माध्यम से एवं भारतीय सेना के जवानों ने नाव के माध्यम से सरुक्षित स्थानों पर पहुंचाया। कलेक्टर संजय कुमार ने उक्त आशय की जानकारी देते हुए बताया कि जिले में अतवर्षा एवं बाढ़ के कारण ऐसे हालत 36 ग्रामों में निर्मित हुए। इन सभी गांव में बचाव एवं राहत काम चल रहा है।
बाढ़ से प्रभावित व्यक्तियों के लिए 8 राहत शिविर बनायें
जिले में आई बाढ से प्रभावितों को सुरक्षित स्ािान पर ठहराने एवं उनके खाने-पीने की समुचित व्यवस्था के साथ मूलभूत सुविधायें उपलब्ध कराने हेतु जिले में 8 स्थानों पर राहत शिविर शुरू किए गए है। जिला पंचायत दतिया के मुख्य कार्यपालन अधिकारी अतेन्द्र सिंह गुर्जर ने बताया कि आठ स्थानों पर बनाये गए राहत शिविरों में बड़ौनकलां, गोराघाट, हिनौतिया, बड़गोर सभी दतिया तहसील में, ग्राम पाली, अण्ड़ोरा, खैरोनाघाट सभी इन्दरगढ़ तहसील में नंदपुर सेवढ़ा तहसील में बनाये शिविरों में 2 हजार 540 लोगों को रखा गया है। इन राहत शिविरों का संचालन गत तीन दिनों से किया जा रहा है।




