जिले के अलावा भोपाल से भी शिविर में शामिल हुए फायलेरिया के मरीज
हथलई में निकला डेंगू का एक मरीज, विभाग ने पूर्ण की एपीडैमिक कार्यवाही
दतिया, /हाथीपांव से ग्रस्त रोगियों को स्वयं के द्वारा अपने रोग प्रभावित अंगों की किस तरह सुरक्षा करनी है, ताकि फंगल इंफैक्शन सहित अन्य घाव इत्यादि होने से बचा जा सके। हाथी पांव के रोगियों को इसी रोग के साथ जीवन काटना होता है। अच्छी देखभाल से वे अपने दैनिक कार्य करते हुए जीवनभर चलते फिरते रह सकते हैं। यह उद्गार आज फायलेरिया रोगियों के लिए आयोजित शिविर में डाॅ. आर.बी. कुरेले मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी दतिया द्वारा मुख्य अतिथि की आसंदी से व्यक्त किये गये। शिविर में 35 से अधिक मरीजों ने भाग लिया। जिन्हें जिला मलेरिया अधिकारी डाॅ. हेमन्त कुमार गौतम, सहायक मलेरिया अधिकारी श्री चंदन सिंह दादौरिया, मलेरिया निरीक्षक विनोद कुमार बड़ा, लैब टैक्नीशियन श्रीमती हेमलता शिवहरे द्वारा प्रशिक्षण दिया गया।
डाॅ. गौतम एवं श्री रामजी शर्मा द्वारा प्रोजेक्टर पर फायलेरिया रोग के बारे में रोग के फैलाने वाले मच्छर, रोग के कारक, धागा कृमि तथा उसका जीवनचक्र, फायलेरिया से बचाव, उपचार एवं प्रभावित अंगों की देखभाल के बारे में सम्पूर्ण जानकारी दी गई।
रोगियों को प्रभावित अंगों की सफाई करने के लिए तसला, मग्गा, टाॅबिल, साबुन इत्यादि के अलावा 12 दिन की बार्षिक दवा भी प्रदान की गई।
जहां एक ओर माॅर्वीडिटी मैनेजमेंट शिविर आयोजित किया गया। वहीं दूसरी ओर ग्राम हथलई में डेंगू पाॅजीटिव पाई गई मरीज सविता पत्नि सालिगराम अहिरवार 35 वर्ष के आस-पास सघन मच्छर लार्वा सर्वे एवं सम्पूर्ण सर्विलेंस कार्य किया गया। टीम में आशा, एनएमए, सुपरवाईजर, मलेरिया निरीक्षक तथा स्प्रे टीम सहित 10 से अधिक कर्मचारियों ने सर्वे कार्य किया। डेंगू पाॅजीटिव पाई गई महिला के घर में भी डेंगू फैलाने वाले एडीज मच्छर का लार्वा पाया गया।
सर्वे टीम द्वारा ग्रामवासियों को मलेरिया एवं डेंगू से बचाव की जानकारी दी गई। प्रचार के पर्चे वितरित करने के साथ ही माईकिंग द्वारा जनजागरूकता का कार्य किया गया। सर्वे टीम में मलेरिया निरीक्षक श्री प्रमोद कुमार मिश्रा, रमेशचन्द्र, दीपक, धनीराम, अरूण, नरेन्द्र, राजकुमार के अलावा अन्य स्वास्थ्य कर्मचारी शामिल रहे।




