Breaking दतिया

आखिर सिंध नदी के तेज बहाव में 24 घंटे में बह गए तीन ब्रि

संकुआ धाम स्थित बड़ा पुल भी सिंध नदी में समाया, सालों रिकार्ड टूटा

दतिया। सेवढा नगर के लिए यह समय बड़ा ही विकराल सावित हो रहा है क्योंकि सेवढा अनुभाग में सिंध नदी के ऊपर तीन बड़े पुल सिंध नदी के तेजी से बढ़ रहे जल स्तर में समा गए। सेवढा अनुभाग में मंगलवार और बुधवार का दिन इतिहास के पन्नो की कहानी बन कर रह गया है। यैसा इसलिये क्योकि येसी स्थिति सेवढा अनुभाग में सैकड़ो वर्षो से लोगो ने आज तक नही देखी। मंगलवार की दोपहर में सिंध नदी पर बने लांच व रतनगढ़ माता मंदिर को जोड़ने वाले पुल तेज बहाव में बह गए वंही बुधवार को करीब साढ़े 11 बजे सेवढा संकुआ धाम पर ग्वालियर सेवढा व भिंड को जोड़ने वाला एक मात्र रास्ता भी बन्द हो गया। जहाँ पर बना हुआ पुल भी जल स्तर बढ़ने से बह गया है। इस समय सेवढा सिंध नदी के तेज बहाव से वार्ड क्रमांक 1 व 2 जल भराव की समस्या से जूझ रहे है और आपदा प्रवंधन टीम के द्वारा स्टीमर की सहायता से लोगो को अपने अपने घरों से निकालकर सुरक्षित स्थान पर ले जाया जा रहा है।

सिविल अस्पताल तक पहुँचा सिंध नदी का जल स्तर

सेवढा नगर का यह समय किसी काल के समान प्रतीत होता है सिंध नदी के किनारे बसे घर मकानों को में पानी भर गया है और लगभग दो सौ से अधिक मकान धराशाही हो गए वंही हजारो बीघा जमीन सिंध नदी में डूब गई है वंही सेवढा नगर के बायपास स्थित सिविल अस्पताल परिसर में सिंध नदी का जल स्तर पहुँच गया है जिसके लिए मेडिकल ऑफिसर नरेंद्र शर्मा ने अस्थाई तौर पर पुराने असपताल में ओपीडी संचालित की। वंही स्टाफ को अन्यत्र जगह शिफ्ट होने की बात मीडिया को बताई। सिंध नदी के जल स्तर के उफान ने सारे रिकॉर्ड तोड़े – वर्ष 1971 के बाद से यैसा भयंकर सिंध नदी का विकराल रूप आज देखने को मिला जिससे जन जीवन मानो ठेर सा गया है और पूर्व के सारे रिकॉर्ड इस बार तोड़ दिए। वंही सिंध नदी किनारे बसे ग्रामो को खाली करा दिया गया मौके ओर तहसीलदार साहिर खान, टी आई रत्नेश यादव, नायब तहसीलदार कल्पना कुशवाह, सब इंस्पेक्टर नीरज कुमार सतत निगरानी बनाये हुए है वंही सिंध नदी दूसरी तरफ नगर परिषद के कुछ कर्मचारी व प्रभारी डीपार वैभव गुप्ता अपने पुलिस बल के साथ निगरानी बनाये हुए

hindustan