दतिया/मेडिकल कॉलेज दतिया, नित नई नई तकनीकों से मरीजों को लाभ पहुंचा रहा है , ऐसी ही एक नई तकनीक सिंगल इंसीजन लेप कोलेसिस्टेक्टमी द्वारा एक 45 वर्षीय, महिला जो कि इंदरगढ़ निवासी है, का ऑपरेशन किया गया , जो कि कई दिनों से पित्त की थैली की पथरियों से परेशान थी , उसे कई दिनों से पेट दर्द, कुपच और गैस बनने जैसी समस्याएं हो रही थी । सर्जरी विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ केदार नाथ आर्य ने इस महिला का ऑपरेशन केवल एक चीरे द्वारा करने का निर्णय लिया और इस महिला का ऑपरेशन इस महिला की नाभी में छेद करके संपन्न कर दिया , जब यह घाव भर जाएगा तो शरीर पर किसी भी प्रकार का निशान नहीं दिखेगा , यह सर्जरी उन महिला या पुरुषों के लिए श्रेष्ठ है जिन्हे अपने शरीर पर किसी भी प्रकार का चीरे का निशान नहीं चाहिए। इस सर्जरी में डॉ चंद्रवर्मन, डॉ रवनीत, डॉ डिंपल , स्टाफ नर्स खुशबू, जामा, ज्योति, कुशुम, कनेश और भानु का सहयोग रहा।
इस उपलब्धि पर डीन डॉ दिनेश उदेनिया ने कहा कि मेडिकल कॉलेज दतिया , नित नई तकनीकों का उपयोग करने में आगे है । उपरोक्त जानकारी मेडिकल कॉलेज के जनसंपर्क अधिकारी डॉ हेमंत जैन ने दी।




