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हर साल होते है हादसे फिर भी नहीं जागता प्रशासन -* 

भितरवार — धूमेश्वर धाम के समीप निकली सिंध नदी पर हर साल नदी के पानी में डूबने की घटनाएं निरंतर चली आ रही हैं । उसके बावजूद भी लोग जानकर अनजान बने हुए हैं। और तैरना ना आने के बावजूद भी नदी घाट पर नहाने के लिए पहुंच रहे हैं। धूमेश्वर सिंध नदी पर हर साल नदी में डूबने के हादसे होते है बावजूद इसके  स्थानीय प्रशासन कोई भी सुरक्षा के इंतजाम नहीं करता है श्रावण मास में धूमेश्वर मंदिर पर काफी श्रद्धालु आते  हैं और भीड़ रहती है मगर प्रशासन द्वारा नदी के इस नॉचौकिया घाट पर सुरक्षा के कोई इंतजाम नहीं किये जाते और हर वर्ष इसी स्थान से लोग हादसों का शिकार होते हैं और अपनी जान गंवाते है मगर प्रशासन हर बार अपनी गलती छुपाकर , इतना कहकर लोग निर्देशो का  पालन नहीं करते और अपना पल्ला झाड़ लेती है
गुरुवार को भितरवार हिंदुस्तान टुडे संवाददाता धूमेश्वर सिंध नदी घाट पर  पहुंचे तो नजारा देख कर हैरान हो गए और देखा कि जिस जगह हादसे हुए है उसी जगह  पर घूमने वालों की भीड़ देखी गई और आश्चर्य इस बात पर है कि वहाँ उस भीड़ को रोकने टोकने के लिए कोई प्रशासनिक टीम या पुलिस मौजूद नहीं थी , तो प्रश्न यह है कि धूमेश्वर मंदिर पर तैनात पुलिस क्या केवल मंदिर पर भंडारे खाने के लिए तैनात की गई है , अथवा मंदिर पर आने वाले लोगों का सौन्दर्य दर्शन करने के लिए तैनात की गई है या सिर्फ चौकी बनाकर कागजो में  खाना  पूर्ति की गई है कि धूमेश्वर पर एक पुलिस चौकी है , भितरवार प्रशासन की यह गंभीर लापरवाही फिर किसी अनहोनी को आमंत्रित करती नजर आ रही है , साथ ही इस बात को कहने के लिए मजबूर कर रही है कि ” जिसका मरे, वह रोये और गंगादास पौर में  नींद सोये ” ऐसे में अगर कोई हादसा होता है तो इसका जिम्मेदार कौन होगा क्या इतने हादसों के बाद भितरवार प्रशासन को सबक नहीं लेना चाहिए । प्रशासन की यह अनदेखी कहीं भारी न पड़ जाए ।

भितरवार संवाददाता कृष्णकांत शर्मा की खबर

हर साल घटनाओं के बाद भी नहीं लिया जा रहा सबक

Abhishek Agrawal