बंग्लादेश के मुक्ति संग्राम को इंदिरा जी ने दिया था खुला समर्थन- घनश्याम सिंह 
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दतिया। ब्लॉक कांग्रेस कार्यालय इन्दरगढ़ में मनी स्व.इंदिरा गांधी की पुण्यतिथि एवं स्व. वल्लभ भाई पटेल की जयंती मनाई गई।
बंग्लादेश के मुक्ति संग्राम को इंदिरा गांधी ने खुलकर समर्थन दिया था तथा 1972 में हुए भारत-पाक युद्ध में पाकिस्तान को करारी शिकस्त देकर बंग्लादेश को पाकिस्तान से पृथक कर स्वतंत्र देश की पहचान दिलाई। इसलिए विश्व में उन्हें आयरन लेडी के रूप में ख्याति मिली। इसी तरह स्व. वल्लभ भाई पटेल ने देश की आजादी के बाद देशी रियासतों का भारत में विलय कराकर लौह पुरुष के रूप में ख्याति अर्जित की। देश के नव निर्माण में दोनों ही महान नेताओं के योगदान को कभी भुलाया नहीं जा सकता। यह बात सेंवढ़ा विधायक घनश्याम सिंह ने इन्दरगढ़ ब्लॉक कांग्रेस कार्यालय पर आयोजित श्रद्धांजलि सभा को मुख्य अतिथि के रूप में संबोधित कर कही। कार्यक्रम के आरंभ में कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने स्व.इंदिरा जी एवं स्व.सरदार वल्लभ भाई पटेल के चित्र पर पुष्प अर्पित कर श्रद्धांजलि दी।
कार्यक्रम में मुख्य रूप से बीके जाटव, ब्लॉक अध्यक्ष इन्दरगढ़, कोक सिंह पटेल पूर्व नगर पंचायत अध्यक्ष इन्दरगढ़, सन्तोष दांतरे, धीरेंद्र सिंह राठौड़, सुरेंद्र सिंह खेरिचाचू, चरणदास केलारे,पूर्व पार्षद अनार सिंह यादव, रघुराज भदौरिया, ओम प्रकाश, सुशील श्रीवास्तव, हरचरण जाटव, रणवीर सिंह रावत, रूपेंद्र सिंह पातीराम, संजीव संजू कुशवाह, केशव कुशवाह, छोटेलाल आदि शामिल हुए।




