Breaking बालाघाट मध्यप्रदेश

कान्हा राष्ट्रीय उद्यान में सात दिवसीय रिजुवेशन कैंप का हुआ आयोजन, रिजुवेशन कैंप में की गई हाथियों की विशेष देखरेख

Balaghat कान्हा राष्ट्रीय उद्यान में सात दिवसीय रिजुवेशन कैंप का हुआ आयोजन, रिजुवेशन कैंप में की गई हाथियों की विशेष देखरेख

एंकर- हर साल की तरह इस साल भी बालाघाट जिले के कान्हा टाइगर रिजर्व में हाथी रिजुवेशन कैंप का आयोजन किया गया । हाथियों के इस रिजुवेशन कैंप में 18 विभागीय हांथियों के स्वास्थ्य की विशेष देखरेख की गई । साथ ही सभी महावत एवं चाराकटर विभागीय हाथियों के पूर्ण आराम के अतिरिक्त उनकी सेवा में लगे रहे !

वॉइसओवर – आपको बता दें कि कान्हा राष्ट्रीय उद्यान में विभागीय हाथियों को प्रबंधन का इतिहास रहा है । यहां वर्तमान में कुल 18 हाथी उपलब्ध है । प्रारंभ से ही इन हाथियों का कान्हा राष्ट्रीय उद्यान में प्रमुख उपयोग कास्ट परिवहन एवं वन्य प्राणियों की सुरक्षा हेतु गस्ती कार्य में किया जाता रहा है । वही साल में एक बार हाथियों एवं उनके महावत के वर्ष पर्यंत कठिन परिश्रम के फलस्वरुप हुई थकान एवं स्वास्थ्य विषयक कारणों से आराम की आवश्यकता होती है ।जिसके लिए सात दिवसीय कैंप लगाया जाता है । इस दौरान चाराकटर और महावत द्वारा हाथियों को नहलाकर रिजुवेेशन कैंप में लाया जाता है ।जहं हाथियों के पैर में नीम तेल तथा सिर में अरंडी के तेल से मालिश की जाती है तथा गन्ना, केला, मक्का, आम, अनानास, नारियल आदि विशेष फलों को खिला कर उन्हें जंगल में पुनः छोड़ दिया जाता है । इस दौरान हाथियों के स्वास्थ्य परीक्षण मे रक्त के नमूने जांच हेतु लिए जाते हैं साथ ही हाथियों के नाखूनों की ट्रीमिंग एवं दवा द्वारा पेट के क्रमियों की सफाई तथा हाथी दांत की आवश्यकता अनुसार कटाई की जाती है वही इस कैंप में इन प्राणियों को एक साथ समय बिताने का भी अवसर प्राप्त होता है !

बाईट – एस.के सिंह (फिल्ड डायरेक्टर)

hindustan