Breaking मध्यप्रदेश

विकास और जनकल्याणकरी योजनाओं को पलीता लगा रहे मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान के गृह क्षेत्र में अधिकारी और जनप्रतिधि करोङो रुपये का विकास कागजो में सिमट राह

बड़ी खबर
नासरुल्लागंज
विकास और जनकल्याणकरी योजनाओं को पलीता लगा रहे मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान के गृह क्षेत्र में अधिकारी और जनप्रतिधि करोङो रुपये का विकास कागजो में सिमट राह
256 करोड़ की मरदानपुर नल जल परियोजना उसके बाद भी दो गांव के लोग 4 माह से बून्द बून्द पानी को तरस रहे
ग्राम पंचायत के कही ग्रामीणों के यहां सोचालय वाने नही ओर
2018 में पूरा मध्यप्रदेश
(शौचमुक्त)
ओडीएफ घोषित उसके बाद भी मुख्यमंत्री के गृह क्षेत्र में सैकड़ो परिवार खुले में जा रहे लोटा लेकर 2022 तक हरेक गरीब परिबार को झोपड़ी से मुक्ति के लिए घर देने के खोखले दावों की पोल खोलती ये अनोखी तस्वीर नदी नालों के किनारे जान जोखिम में डालकर राह रहे कही गरीब परिवार मूलभूत सुविधाओं से बंचित ग्रामीण मामला जनपद पंचायत नासरुल्लागंज के अंतर्गत आने वाली ग्राम पंचायत बजगाँव का है जिसमे की तीन गांव समिलित है वरखेड़ी और पिपलिया जो कि विकास और जन कल्याणकरी योजनाओं से कोसो दूर है आजादी के 75 साल बाद भी गरीब निर्धन परिवारों को नही मिलराह सरकारी योजनाओं का लाभ वरखेड़ी ओर पिपलिया के कही परिवरो का कहना है कि हम गरीब आदिवासी परिवार है लेकिन नाले के किनारे कच्चे झोपड़ियों में निवास करते है हमने कही बार सरपंच सचिब एवं मुख्यमंत्री जिला अध्यक्ष से बोला कि हमे प्रधनमंत्री आवास का लाभ दो लेकिन यह कहकर टाल देते है अगली लिस्ट में नाम आएगा लेकिन कोई आवास नही मिला बारिश में हमारे घरों में कही तरहा के जहरीले कीड़े घुस जाते है जिससे कि जान का बात खतरा हमेशा रहता है वही मीडिया कर्मियों ने ग्रामीणों से शौचालय के बारे में पूछा तो कुछ का कहना है हमने अपने खर्चे से वनवा लिए ओर कही परिवार आज भी खुले में डिब्बे लेकर जा रहे है अगर स्वच्छ जल की बात की जाए तो ग्रामीणों का कहना है कि हम हर महीने 100 रुपये देते है और 4 महीने से पानी नही मिल राह है एक दो किलोमीटर दूर से पानी लाना पड़ता है पहले नर्मदा नदी पर वाली 256 करोड़ की नलजल परियोजना से पानी आता था और लाखों रुपये की पानी की टंकी भी बानी है इसके बाद भी हम गाँव के गंदे कुए का पानी पीने को मजबूर है गंदे पानी को उपयोग करने से गांव के हर घर में एक न एक वायरल बुखार से पीड़ित है जब कि पूरे देश मे डेंगू बुखार का प्रकोप चल रहा है लेकिन इन ग्रामीणों की सुध लेने वाला कोई नही है दोनों
गांवों में एक दर्जन हैंडपंप तो है लेकिन सिर्फ शो पीस देखने के लिए phE विभाग के अधिकारियों कर्मचारियों को कही बार ग्रामीणों दुवारा शिकयत करने के बाद भी एक भी हैंडपंप चालू नही क्या गया जिस कारण ग्रामीण बून्द बून्द पानी को तराश रहे है
कोरोनो काल मे गरीब निर्धन लोगो के लिए केंद्र और राज्य सरकारों ने 5 महीने का गेंहू चावल फिरि देने की बात कही लेकिन इस ग्राम पंचायत में कही गरीबो को आजतक एक अन का दाना भी नहीमिला
अगर ग्राम में स्वच्छता की बात की जाए तो स्वच्छता के नाम पर भी सिर्फ दिखावा हैं गांव में कही जगह सड़क नही बनी तो कही सड़क बनी ही लेकिन नाली नही होने से सारा पानी गंदगी रोड पर होने से ग्रामीण एब स्कूली बच्चों को स्कूल जाने में परेशानियां उठानी पड़ती हे और कही बार तो बच्चे रोड पर भरे पानी में गिर ही जाते है ये ही है विकास की तस्वीर और हकीग्त जो ये गांव का विकास वया कर राह है
सवाल या उठता है कि जब 14 साल से इस क्षेत्र का प्रतिनिधित्व कर रहे मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान के गृह क्षेत्र बुदनी विधानसभा के ग्रामीण परिवारों की ये हालत है तो प्रदेश के अन्य जिलों में किया विकास हुआ होगा
विकास हो राह है कागजो में लेकिन धरातल पर कुछ नही
जो है वो ये तस्वीर व्या कर रही है
जब जबबदरो से इस ग्रामीणों की समस्याओं के बारे में बात करते है तो नही उठाते फोन और
बाईट के लिए फोन किया जाता है तो यह कह कर टाल देते है कि
अभी बाहर है मीडिया को जबाब देने की अप्रेक्षा भागते रहते है सम्बंधित अधिकारी और
जनप्रतिनिधि
बाईट,,1 ,,बसंती बाई
पिपलिया
बाईट ,,2कैलासग्रामीण
बाईट 3,जगजीश ग्रामीण
ग्राम पंचायत बजगाँव पिपलिया
बाईट ,4 संतोष वर्मा बड़खेड़ी ग्राम पंचायत पिपलिया
बाईट,5,, स्वती बाई ग्रामीण

hindustan