और महोत्सव के दौरान श्री आनंद दादा जी ने अखंड ज्योति के इतिहास के रूप में एक पुस्तक का विमोचन किया एवं अपने उदबोधन में ज्योति की महिमा का वर्णन किया, इस मौके पर सिंधी संमाज के संत गण एवं समाज के कई वरिष्ठ जन मंचासीन थे तथा सेकड़ो श्रद्धालु जन उपस्थित थे




