
दतिया।शासकीय कला पथक सामाजिक न्याय विभाग द्वारा ग्रामों में भ्रमण कर जगुरूक अभियान चलाया,माता पिता धरती के देव हैं इनका सम्मान करना हमारा धर्म हैं और उनकी सेवा करना हमारा कर्तव्य। ऐसे बच्चे जो माता पिता को घर से निकाल देते हैं या उनको खाने पीने में तरसाते हैं उनको सजा हो सकती हैं यह माता पिता अधिनियम 2009 के परिपालन में आता हैं इस प्रकार की जानकारी शासकीय कला पथक सामाजिक न्याय विभाग द्वारा ग्रामों में भ्रमण कार्यक्रम में दी जा रही हैं गत दिवस प्यावल सरसई और खिरिया में जागरूकता कार्यक्रम में प्रमुख कलाकार विनोद मिश्र ने दी। सर्व प्रथम ग्रामीण जनों का माता पिता अधिनियम 2009 के पम्पलेट वितरित किए गए फिर उसके विषम में जानकारी दे गई।विनोद मिश्रा ने बताया कि जो बच्चे अपने माता पिता को बुढ़ापे में छोड़ देते हैं उनको माता पिता की शिकायत पर सजा हो सकती हैं तथा 5000/ रुपए का जुर्माना तथा सजा भी हो सकती हैं । इस अवसर पर सामाजिक कार्यकर्ता राधावल्लभ मिश्रा व ग्रामीण जन उपस्थित रहे।




