सरस्वती विद्या मन्दिर वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय ज्ञान कुंज विवेकानंद नगर सुलतानपुर में उत्साहपूर्ण ढंग से वीर बाल दिवस का आयोजन किया गया।
प्रधानाचार्य राकेश मणि त्रिपाठी ने अतिथियों का परिचय कराते हुए वर्तमान परिप्रेक्ष्य में वीर बाल दिवस कार्यक्रम की प्रासंगिकता एवं उपादेयता पर प्रकाश डालते हुए कहा कि गुरु पुत्रों का अप्रतिम बलिदान हमारे लिए प्रेरणा एवं मार्मिक संवेदना का विषय है।धर्म और राष्ट्र की सुरक्षा तथा संरक्षण हमारा नैतिक दायित्व है। इनकी रक्षा हेतु हमें चाहे जो कीमत चुकानी पडे़ । उसके लिए सदैव तैयार रहना है। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि सुलतानपुर के ए एस पी अखण्ड प्रताप सिंह ने कहा कि आज ही के दिन गुरु गोबिंद सिंह ने धर्म की रक्षा के लिए सर्वोच्च बलिदान दिया. गुरु गोबिंद सिंह जी के चार वीर पुत्रों के अद्वितीय बलिदान और साहस के प्रति सम्मान जताने के लिए मनाया जाता है वीर बाल दिवस। 26 दिसंबर 1705 ई0 में धर्म नहीं बदलने पर मुगल सेनापति वजीर खान ने दोनों गुरुपुत्रों साहिबजादा जोरावर सिंह और फतेह सिंह को जिंदा दीवार में चुनवा दिया।उनसे हमें प्रेरणा मिलती है कि दुराचारी आतंकी के सामने हमें अपना सिर कभी नहीं झुकाना है, बल्कि डटकर मुकाबला करके उन्हें सबक सिखाना है।
कार्यक्रम के दौरान विद्यालय के भैया बहनों ने सामूहिक आसन, व्यायाम, पताका योग और दण्ड योग का अनोखा प्रदर्शन किया।
बहनों ने गुरु पुत्रों के बलिदान पर आधारित नाट्य का सफल मंचन किया, जिससे उपस्थित दर्शकों की आंखें नम हो गईं।
योग के भैया बहनों का प्रदर्शन अद्वितीय रहा।
वीर बाल दिवस के शुभ अवसर पर अतिथियों द्वारा कक्षा दशम एवं द्वादश के मेधावी भैया बहनों को सम्मानित एवं पुरस्कृत करते हुए उन्हें मेडल तथा प्रमाण पत्र प्रदान किये गए।
कार्यक्रम की अध्यक्षता प्रख्यात सामाजिक कार्यकर्ता सरदार बलदेव सिंह ने की।
इस अवसर पर संघ के माननीय नगर संघ चालक सुदीप पाल सिंह, माननीय जिला संघ चालक अवधेश त्रिपाठी, विभाग प्रचारक श्रीप्रकाश जी, बाल कल्याण समिति के अध्यक्ष एवं शिक्षा सेवा आयोग के सदस्य डा0 विनोद कुमार सिंह, प्रबन्धक डाक्टर पवन सिंह एवं पूर्व छात्र परिषद् के डाक्टर अमृत पाल सिंह ,गुरु नानक उच्चतर माध्यमिक विद्यालय के प्रबन्धक महेन्द्र पाल सिंह,शैलेन्द्र चतुर्वेदी, आलोक आर्य आदिउपस्थित रहे।
कार्यक्रम का संयोजन शारीरिक विभाग प्रमुख विवेकानन्द यादव ,सरिता त्रिपाठी एवं संचालन कामर्स विभाग की आचार्या श्रीमती श्वेता पाण्डेय ने किया।




