
दतिया।शुक्रवार बड़ौनी में फुले पार्क कुशवाहा समाज की धर्मशाला में राष्ट्र संत गाडगे महाराज की 68वीं पुण्य-तिथि विचार गोष्ठी के रूप में मनाई गई। मुख्यातिथि के रूप में डॉ. वनमाली कुशवाहा अध्यक्ष फुले समिति बड़ोनी उपस्थित रहे। अध्यक्षता ग्यादीन रजक हिंड़ोरा, जिलाध्यक्ष रजक समाज दतिया द्वारा की गई।इस अवसर पर स्वच्छता अभियान के जनक महामानव राष्ट्र संत गाडगे महाराज के छायाचित्र पर वा ज्योतिवाराव और सावित्रीबाई फुले मूर्ति पर उपस्थित सभी लोगों ने माल्यार्पण कर उन्हेंश्रद्धा सुमन अर्पित किये।डॉक्टर साहब ने अपनी उद्बोधन में बताया राष्ट्र संत गाडगे महाराज ने कई धर्मशालाएं बनवाई जो स्कूल के रूप में दान कर दी। और हां महापुरुषओ किसी जाति विशेष से नहीं जोड़ना चाहिए सभी महापुरुषों ने तो समतामूलक समाज की स्थापना हेतु सभी समाज सभी समुदायों के हित के लिए जीवन भर संघर्ष किया और कहा कि सभी महापुरुषों को सभी समाज समुदायों को उनके विचारों पर चलना चाहिए और भाईचारे के साथ एक दूसरे से भेदभाव छोटा बड़ा को छोड़कर रहना चाहिए। तभी हम सब लोग प्रगति कर सकते हैं। जिलाध्यक्ष ग्यादीन रजक अपने उद्बोधन में कहा कि गाडगे महाराज ने अपना पूरा जीवन समाज में व्याप्त अज्ञानता, अंधविश्वास, पाखंड, भोली-भाली मान्यताओं, अवांछित रीति-रिवाजों और परंपराओं को दूर करने के लिए समर्पित कर दिया वो अपने कीर्तनों में कहा करते थे कि चोरी मत करो, साहूकारों से कर्ज मत लो, व्यसनों में लिप्त मत हो, भगवान और धर्म के नाम पर जानवरों को मत मारो, जातिगत भेदभाव और छुआछूत का पालन मत करो, बालविवाह, सतीप्रथा बन्द करो।गरीब वंचित लोगों के लिए देश में फुले साहब द्वारा जो शिक्षा का अलख जगाया उसी शिक्षा पर जोर देते हुए गाडगे महाराज ने कहा फटे पुराने कपड़े पहन लो, टूटे फूटे बर्तनों हो उन्हें बेच दो, हथेली पर रखकर भोजन कर लो, लेकिन बच्चों को अच्छी शिक्षा दो। इसी वाक्य को जोड़ते हुए बाबा साहेब भीमराव अंबेडकर ने कहा था की शिक्षा शेरनी का दूध है जो पियेगा वो शेर की तरह दहाड़ेगा।इस अवसर पर ग्यादीन रजक द्वारा समाजसेवियों को राष्ट्र संत गाडगे महाराज की छायाचित्र तस्वीरओ को सम्मान स्वरूप है बांटा गया, कार्यक्रम के अंत में संयोजक ब्रिजेश कुशवाहा द्वारा सभी का आभार व्यक्त किया गया।इस अवसर ,डॉ बनमली कुशवाह अध्यक्ष फुले समिति बडोनी, ग्यादीन रजक जिलाध्यक्ष रजक,
राजाराम कुशवाहा सचिव फुले समिति,खलकसिंह कुशवाह,
शिवकुमार कुशवाहा,दादा चतुर सिंह कुशवाहा,राजेंद्र रजक, बृजेश कुशवाहा कार्यक्रम संयोजकज्ञानसिंह कुशवाहा, दामोदर पटवा, राजेंद्र रजक, अंकित रजक आदि उपस्थित रहे।




