ग्वालियर

प्यारा सा मुखड़ा घुँघराले केश  , कलयुग का राजा खाटू नरेश 

भितरवार — कलयुग में हर हारे हुए व्यक्ति का सहारा बाबा श्याम को कहा गया है जब इंसान अपनों से हार जाता है  और दुनिया वाले उसका मजाक बनाएं तब वह हारे के सहारे की शरण मे जाता है और श्याम शरण लेते ही उसकी हार जीत में बदल जाती है बाबा श्याम के भक्तों के द्वारा बाबा श्याम का संकीर्तन नगर भितरवार में हर एकादशी के अवसर पर किया जाता है लेकिन बाबा श्याम की कृपा जब भक्तों पर बरसती है तो उनके लिए हर रोज ही एकादशी सी होती है इसीक्रम में बीते रोज रविवार को देवशयनी एकादशी के अवसर पर नगर के सुप्रसिद्ध प्राचीन गोलेश्वर महादेव मंदिर पर श्याम के लाड़ले परिवार के द्वारा बाबा श्याम का भव्य दरबार लगाया गया और बाबा श्याम को 56 भोग , अलौकिक ज्योति प्रज्ज्वलित कर सुंदर सुंदर भजनों से रिझाया जिसमें भितरवार के भजन कलाकारों के द्वारा विभिन्न भजनों की प्रस्तुति दी और भक्तों की अरदास बाबा श्याम तक पहुँचाई , कलाकारों के द्वारा भजनों में साथी हमारा कौन बनेगा , सजा दो घर को गुलशन सा मेरे सरकार आएं हैं , एक आस तुम्हारी है विश्वास तुम्हारा है , प्यारा सा मुखड़ा घुँघराले केश , हारे के सहारे आजा , मुझे बेटा कहकर बुलाना पड़ेगा , कारोबार मेरो बालाजी चलावे विभिन्न भजनों पर भक्तों को झूमने नाचने पर मजबूर कर दिया और कुछ भजनों को सुनकर भक्तों की आंखे नम हो गयी , देर रात चले इस कीर्तन में बाबा श्याम को 56 भोग लगाकर आरती की गई और भक्तों को प्रसाद वितरित किया गया । इस अवसर पर सभी श्याम प्रेमी उपस्थित रहे ।

भितरवार से कृष्णकांत शर्मा की खबर

Abhishek Agrawal