मेरा बच्चा अभियान के तहत कुपोषण से सुपोषण की ओर बढते कदम 
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शासकीय सेवको द्वारा जिम्मेदारी लेने से 85 प्रतिशत बच्चे सामान्य स्थिति में आये
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दतिया। जिला महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा चलाये जा रहे मेरा बच्चा अभियान के तहत शासकीय सेवको द्वारा शहरी परियोजना के आंगनबाड़ी बच्चों की जिम्मेदारी लेने से 85 प्रतिशत बच्चों की स्थिति में सुधार हुआ है , यानी कि बच्चे कुपोषण से सुपोषण को ओर बढ़ते हुए सामान्य स्थिति में आ गए है। शहरी परियोजना के अंतर्गत आने वाले आंगनवाड़ी केंद्रों के बच्चों की जिम्मेदारी लेने के लिए विभाग द्वारा मेरा बच्चा अभियान वर्ष 2021 में चलाया गया था।
कलेक्टर के दिशा निर्देश में जिले में कुपोषण को कम करने के लिए मेरा बच्चा अभियान अन्तर्गत कुपोषित बच्चों को स्वस्थ करने की जिम्मेदारी शासकीय कर्मचाियों को दी गई थी। जिसमे बच्चो को कर्मचारियों द्वारा फल,सब्जियां, पौष्टिक आहार आदि सामग्री दी गई। इसके साथ ही उनके माता पिता और परिवार के सदस्यों को बच्चो की विशेष देखभाल करने की समझाइश दी गई। दतिया शहरी परियोजना अन्तर्गत 88 बच्चो की जिम्मेदारी दी गई थी। जिसमे से लगभग 75 बच्चे कुपोषण की श्रेणी से सामान्य श्रेणी में आ गए है। इस कार्यक्रम में शामिल बाकी बच्चो की सेहत के सुधार के लिए भी लगातार प्रयास जारी है। डीपीओ अरविन्द उपाध्याय के मार्गदर्शन में सीडीपीओ , पर्यवेक्षक, एवम अगंनवादी कार्यकर्ता कुपोषित बच्चों के सतत संपर्क में रहकर उनके स्वस्थ होने के लिए प्रयासरत हैं।




