भोपाल की आखिरी हिंदू रानी थीं कमलापति
आत्मसम्मान की रक्षा में ले ली थी जलसमाधि
14 साल के बेटे नवल शाह की हो गई थी हत्या
Who Was Rani Kamlapati: मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल स्थित हबीबगंज रेलवे स्टेशन का नाम रानी कमलापति के नाम से जाना जाएगा. देश के पहले वर्ल्ड क्लास रेलवे स्टेश का उद्घाटन आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) करेंगे. मध्य प्रदेश जनसंपर्क के मुताबिक, इस स्टेशन का निर्माण 1905 में किया गया था. उस समय इसे शाहपुर के नाम से जाना जाता था. 1979 में इसका नाम हबीबगंज कर दिया गया. करीब 42 साल बाद इसका नाम बदलकर अब रानी कमलापति स्टेशन किया गया है.
बेहद सुंदर थीं, इसलिए नाम रखा- कमलापति
16वीं सदी में सीहोर जिले की सलकनपुर रियासत के राजा कृपाल सिंह सरौतिया थे. उनके यहां एक कन्या का जन्म हुआ. वो बेहद सुंदर थी, इसलिए उनका नाम कमलापति रखा गया. राजकुमारी कमलापति को शिक्षा, घुड़सवारी, मल्लयुद्ध और तीरकमान चलाने में महारत हासिल थी. सलकनपुर रियासत की देखरेख की जिम्मेदारी राजा कृपाल सिंह सरौतिया और राजकुमारी कमलापति पर ही थी.
गिन्नौरगढ़ के राजा निजाम शाह से हुई थी शादी
16वीं सदी में ही करीब 750 गांवों को मिलाकर गिन्नौरगढ़ राज्य बनाया गया था. इसके राजा सूराज सिंह शाह (सलाम) थे. उनके बेटे निजाम शाह थे. उन्हीं से रानी कमलापति की शादी हुई थी. गोंड राजा निजाम शाह ने अपनी पत्नी रानी कमलापति के नाम पर भोपाल में तालाब के पास 1702 में एक बहुत ही सुंदर महल का निर्माण करवाया था. इस महल को आज भी रानी कमलापति महल के नाम से जाना जाता है. 1989 में इस महल को भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण ने अपने संरक्षण में ले लिया था.




