दतिया:- में किसान की मंशा अनुसार नहीं मिल रहा है खाद
किसान दर-दर की ठोकरें हुए हो रहा है परेशान
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जय जवान जय किसान किसान के नाम पर यह नारा देने वाले श्री लाल बहादुर शास्त्री ने कहा था कि कि देश के किसान और सीमा पर जवान इनको कभी कोई परेशानी है नहीं आना चाहिए क्योंकि आर्थिक स्थिति में देश के किसान का बहुत महत्वपूर्ण योगदान होता है लेकिन जब किसान का समय आता है तो किसान दर-दर की ठोकरें खाने को मजबूर हो जाता है आपको बता दें कि ऐसा ही मामला दतिया जिले में देखा जा रहा है कई किसान सरकारी गोदामों के चक्कर काट रहे हैं लेकिन अभी तक किसान की मंशा अनुसार खाद वितरण नहीं किया जा रहा है जब यही देखा गया दतिया के लगभग सभी गोदाम खाद के बंद कर दिए गए जब हमने अन्य दुकानदारों से बात की खाद के संबंध में तो दुकानदारों ने बताया कि शासन के द्वारा ब्लॉक खाद बेचने पर पूर्ण प्रतिबंध लगाया गया है हम दतिया:- में किसान की मंशा अनुसार नहीं मिल रहा है किसान दर-दर की ठोकरें खाते हुए हो रहा है परेशान
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जय जवान जय किसान किसान के नाम पर यह नारा देने वाले श्री लाल बहादुर शास्त्री ने कहा था कि कि देश के किसान और सीमा पर जवान इनको कभी कोई परेशानी है नहीं आना चाहिए क्योंकि आर्थिक स्थिति में देश के किसान का बहुत महत्वपूर्ण योगदान होता है लेकिन जब किसान का समय आता है तो किसान दर-दर की ठोकरें खाने को मजबूर हो जाता है आपको बता दें कि ऐसा ही मामला दतिया जिले में देखा जा रहा है कई किसान सरकारी आज के गोदामों के चक्कर काट रहे हैं लेकिन अभी तक किसान की मंशा अनुसार खाद वितरण नहीं किया जा रहा है जब यही देखा गया दतिया के लगभग सभी गोदाम खाद ए बंद कर दिए गए जब हमने अन्य दुकानदारों से बात की खाद के संबंध में तो दुकानदारों ने बताया कि शासन के द्वारा ब्लॉक मैं खाद बेचने पर पूर्ण प्रतिबंध लगाया गया है हम खाद नहीं भेज सकते हैं तो आप ही बताइए अब किसान अपनी जमीन को बोन के लिए खाद कहां से लाएं यहां तक कि शासन के खाद गोदाम बंद है नहीं अब किसान अपनी जमीन को बोन के लिए खाद कहां से लाएं यहां तक कि शासन के खाद गोदाम बंद है
वहीं मध्यप्रदेश शासन आज को लेकर बड़ी बातें एवं बड़े बयान करती रहती है कि प्रदेश में खाद्य की कोई आपूर्ति नहीं है फिर भी जमीनी स्तर पर देखा जाए तो किसान परेशान है




