बाढ़ से बर्बाद हुए 38 गाँवो के लोग अब भी राहत के लिए भटक रहे , लगा रहे कलेक्ट्रेट के चक्कर शासन प्रशासन से मिली केवल फौरी राहत आपको बता दें
दतिया ओर सेवढा तहसील के कुल 38 गाँवो में 1 ओर 2 अगस्त 2021 को अत्यधिक वर्षा होने और शिवपुरी जिले के मड़ीखेड़ा डेम से लापरवाही पूर्वक पानी छोड़े जाने से बाढ़ रूपी त्रासदी आ गई थी बाढ़ से इन 38 गांवों में सेकड़ो परिवारो के हजारों लोग प्रभावित हुए लोगो के घर उजड़ गए ,फसलें बर्बाद हो गई पशुओं का भी कोई पता नही ऐसे में बाढ़ पीड़ितों को शासन प्रशासन से ही राहत और मदद की उम्मीद थी लेकिन लगभग 55 दिन होने के बाद भी बाढ़ पीड़ितों को बाजिब राहत नही मिली है 50 किलो अनाज और कुछ हजार की फौरी राहत देकर शासन प्रशासन ने मकानों का सर्व कराया तो अभी तक बाकी का पैसा भी नही दिया कलेक्ट्रेट में ऐसे कई बाढ़ पीड़ित आते है कुछ मदद जरूर मिली 4 किसी को 5 हजार किसी को 11 हजार तो किसी को 35 हजार परन्तु इतनी कम राशि से मकान नही बनाया जा सकता ,इस उम्मीद से की कोई बड़ी मदद मिल जाये लोग अब भी आते हैं ओर आवेदन देकर चले जाते है कई पीड़ितों से हमने रूबरू पोकर बात कि सुनिये उनकी दास्तान वही दतिया कलेक्टर संजय कुमार से जब इस मुद्दे पर बात की गई तो उनका कुछ ओर ही कहना है कलेक्टर के मुताबिक बाढ़ के बाद राहत का कार्य लगभग शत प्रतिशत पूर्ण हो चुका हैं अपवाद स्वरूप कोई रह गया हो तो कह नही सकते अब सवाल ये है कि की अगर शत प्रतिशत कार्य पूर्ण हो चुका है तो फिर ग्रामीण क्यों भटक रहे हैं




