दतिया

जलजीवन योजना बनी ग्रामीणों के लिये मुसीबत

दतिया। जिले के भाण्डेर बिकाशखण्ड अन्तर्ग ग्राम भिटारी, इमिलिया व सरसई में ग्रामीण नलजल योजना के माध्यम से ग्रामों की गलियों में पाइप लाइन एबं मोटर पंप स्थापित कार्य अंतर्गत ग्रामो की गलियों में खुदाई कर खुला छोड़ देने के कारण ग्रामीणों को आवागमन में भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।

प्राप्त जानकारी के अनुसार भाण्डेर बिकाशखण्ड के ग्राम भिटारी में 1500 सौ मीटर, सरसई में 2000 मीटर व ग्राम पंचायत इमिलिया में  805 मीटर शासन द्वारा स्वीकृत जलजीवन योजना के तहत लगभग 80 लाख 81 हजार रुपये की लागत से लाइन डाली जाना स्वीकृत है। परंतु ठेकेदार द्वारा मनमाने तरीके से लाईन डालने का कार्य किया जा रहा है। आलम यह है कि लाइन बिछाने के लिये खोदी गई नाली दस दस पन्द्रह दिन तक खुली पड़ी रहती जिससे ग्राम में बरसात के मौसम में बाहन की बात तो दूर पैदल चलना दूभर हो गया है साथ ही छोटे बच्चों का नाली में गिरने का खतरा भी ग्रामीणों को बना रहता है। पाइप लाइन डालने के बाद भी खोदी गई नाली को सही तरीके से  भराव न होने से वहां से गुजरने वाले वाहन फंस जाते हैं।

*गुड़बत्ता पर नहीं ध्यान*

ठेकेदार द्वारा शासन की महत्वपूर्ण योजना जलजीवन योजना मिशन के अंतर्गत रेट्रोफिटिंग के कार्य में पाईप, सेडल, फेरुल,एमटेए आदि सामग्री गुड़बत्ता बिहीन लगाकर शासन की योजना को चूना लगाया जा रहा है।

*नहीं बने चेंबर*

ग्राम के मुख्य तिराहा व चौराहों पर पानी सप्लाई बंद चालू करने के लिए चेंबर नहीं बनाये गये। पाईप लाईन को जोड़ने वाले स्थानों पर मात्र प्लास्टिक का पाईप लाईन से बाहर निकाल दिया गया वहां पर लगाए गए पानी की सप्लाई के लिये वाल कई स्थानों पर मिट्टी में समा गये है।

*न बने स्टेंड पोस्ट नहीं लगी टोंटी*

ग्राम में नल कनेक्शन के नाम पर ग्रामीणों के आधार कार्ड ठेकेदार के कर्मचारियों ने एकत्रित किये। कनेक्शन के नाम पर घर घर मे डाले गये लेजम में न तो टोंटी लगाई गई न ही हितग्राही के कनेक्शन स्थान पर स्टेंड पोस्ट का निर्माण कराया जा रहा है।

*जलजीवन योजना बनी ग्रामीणों के लिये मुसीबत*

दतिया। जिले के भाण्डेर बिकाशखण्ड अन्तर्ग ग्राम भिटारी, इमिलिया व सरसई में ग्रामीण नलजल योजना के माध्यम से ग्रामों की गलियों में पाइप लाइन एबं मोटर पंप स्थापित कार्य अंतर्गत ग्रामो की गलियों में खुदाई कर खुला छोड़ देने के कारण ग्रामीणों को आवागमन में भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार भाण्डेर बिकाशखण्ड के ग्राम भिटारी में 1500 सौ मीटर, सरसई में 2000 मीटर व ग्राम पंचायत इमिलिया में 805 मीटर शासन द्वारा स्वीकृत जलजीवन योजना के तहत लगभग 80 लाख 81 हजार रुपये की लागत से लाइन डाली जाना स्वीकृत है। परंतु ठेकेदार द्वारा मनमाने तरीके से लाईन डालने का कार्य किया जा रहा है। आलम यह है कि लाइन बिछाने के लिये खोदी गई नाली दस दस पन्द्रह दिन तक खुली पड़ी रहती जिससे ग्राम में बरसात के मौसम में बाहन की बात तो दूर पैदल चलना दूभर हो गया है साथ ही छोटे बच्चों का नाली में गिरने का खतरा भी ग्रामीणों को बना रहता है। पाइप लाइन डालने के बाद भी खोदी गई नाली को सही तरीके से भराव न होने से वहां से गुजरने वाले वाहन फंस जाते हैं।
*गुड़बत्ता पर नहीं ध्यान*
ठेकेदार द्वारा शासन की महत्वपूर्ण योजना जलजीवन योजना मिशन के अंतर्गत रेट्रोफिटिंग के कार्य में पाईप, सेडल, फेरुल,एमटेए आदि सामग्री गुड़बत्ता बिहीन लगाकर शासन की योजना को चूना लगाया जा रहा है।
*नहीं बने चेंबर*
ग्राम के मुख्य तिराहा व चौराहों पर पानी सप्लाई बंद चालू करने के लिए चेंबर नहीं बनाये गये। पाईप लाईन को जोड़ने वाले स्थानों पर मात्र प्लास्टिक का पाईप लाईन से बाहर निकाल दिया गया वहां पर लगाए गए पानी की सप्लाई के लिये वाल कई स्थानों पर मिट्टी में समा गये है।
*न बने स्टेंड पोस्ट नहीं लगी टोंटी*
ग्राम में नल कनेक्शन के नाम पर ग्रामीणों के आधार कार्ड ठेकेदार के कर्मचारियों ने एकत्रित किये। कनेक्शन के नाम पर घर घर मे डाले गये लेजम में न तो टोंटी लगाई गई न ही हितग्राही के कनेक्शन स्थान पर स्टेंड पोस्ट का निर्माण कराया जा रहा है।

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