कार्यक्रम की शुरुआत आमिर खां के सरोद वादन से हुई। आमिर ने सरोद के तारों को झंकृत करते हुए राग गोरख कल्याण पेश कर श्रोताओं को मंत्रमुग्ध कर दिया। उनके साथ हारमोनियम पर माजिद लतीफ खान ने एवं तबले पर उस्ताद नफीस अहमद ने संगत दी।
दूसरी प्रस्तुति श्वेता जोशी द्वारा शास्त्रीय गायन की हुई जिसमें उन्होंने राग केदार में बड़ा खयाल- राम नाम सुमर, छोटा खयाल तीन ताल में निबद्ध रचना- सोच-समझ मन मीत पियरवा…, एकताल में निबद्ध- भज-भज मनुजा रे तू…, एवं दादरा- कई सावन बरस गए साजना… का गायन किया। उनके साथ तबले पर शाहनवाज हुसैन और हारमोनियम पर माजिद लतीफ ने संगत दी।
श्वेता जोशी विगत पंद्रह वर्षों से गायन करती आ रही हैं। उन्होंने गायन की प्रारंभिक शिक्षा पंडित ललिता शंकर से ग्रहण की। उसके बाद राजा मानसिंह तोमर विश्वविद्यालय से संगीत में स्नातकोत्तर की उपाधि प्राप्त की एवं प्रयाग संगीत समिति से भी सुरों की शिक्षा प्राप्त की। सुश्री श्वेता दूरदर्शन आकाशवाणी, इंदौर की ग्रेडेड कलाकार हैं। वे देश के कई प्रतिष्ठित मंचों पर प्रस्तुति दे चुकी हैं। वर्तमान में लक्ष्मीकांत जोशी से शास्त्रीय संगीत की शिक्षा प्राप्त कर रही हैं।
गमक में आज : गमक श्रृंखला के अंतर्गत गुरुवार शाम सात बजे से मध्यप्रदेश उर्दू अकादमी की ओर से शाम-ए-गजल में नीलिमा शर्मा, ग्वालियर एवं जावेद उस्मानी, भोपाल द्वारा गजल गायन की प्रस्तुति होगी, जिसका लाइव प्रसारण विभाग के यूट्यूब चैनल और फेसबुक पेज पर किया जाएगा।