Breaking दतिया मध्यप्रदेश

दतिया की कुलदेवी बड़ी माता मंदिर का चढ़ौत्री विवाद : एसडीएम तिवारी ने किया निरीक्षण, मालियों को थमाए नोटिस


दतिया। शहर की कुलदेवी विजय काली बड़ी माता मंदिर में लंबे समय से चला आ रहा चढ़ौत्री विवाद एक बार फिर चर्चा का विषय बन गया है। मंगलवार को एक फूल बेचने वाली महिला ने कलेक्ट्रेट परिसर में आत्मदाह का प्रयास किया, जिसके बाद प्रशासन हरकत में आया। मामले को गंभीरता से लेते हुए कलेक्टर स्वप्निल वानखड़े ने तत्काल जांच के आदेश दिए और मंदिर में पारदर्शिता सुनिश्चित करने के लिए दानपेटी लगाने के निर्देश जारी किए।
बुधवार को एसडीएम संतोष तिवारी ने मंदिर का दौरा कर वहां मौजूद सभी मालियों को नोटिस थमाए। उन्हें निर्देश दिया गया कि वे अपने सभी दस्तावेजों के साथ एक दिन के भीतर एसडीएम कार्यालय में उपस्थित हों। एसडीएम ने स्पष्ट किया कि बड़ी माता मंदिर सरकारी है और यहां शासन द्वारा नियुक्त दो पुजारी कार्यरत हैं, जिन्हें मानदेय भी दिया जाता है। अब मंदिर में चढ़ावे की राशि दानपेटी के माध्यम से एकत्रित की जाएगी। यदि मालियों के पास वैध दस्तावेज पाए जाते हैं तो उसी आधार पर उनकी हिस्सेदारी तय की जाएगी, अन्यथा पूरी राशि शासन की मानी जाएगी।
इतिहास की बात करें तो बड़ी माता मंदिर राजशाही काल से प्रसिद्ध रहा है। उस समय यहां बलि की परंपरा थी और बलि के बाद सफाई का कार्य मालियों को सौंपा जाता था। इसके बदले उन्हें चढ़ौत्री में हिस्सा दिया जाता था। वहीं पुजारियों को नारियल जैसी सामग्री की चढ़ौती का अधिकार मिलता था। प्रशासन का मानना है कि दानपेटी व्यवस्था से मंदिर की आय और वितरण में पारदर्शिता आएगी और चढ़ौत्री विवाद का स्थायी समाधान हो सकेगा।

hindustan