दतिया। दतिया जिले में भारतीय जनता पार्टी के संगठन के चुनाव अपने नतीजे के दौर में चल रहे हैं। जिसके चलते निर्वाचन पदाधिकारी एवं स्थानीय पदाधिकारी द्वारा जिलाध्यक्ष चयन को लेकर रायशुमारी कर ली गई है। भाजपा जिला अध्यक्ष पद को लेकर रायशुमारी के दौरान कई दावेदार सामने आए हैं, लेकिन इस रायशुमारी के पश्चात भाजपा संगठन की मोहर आखिर किस जाति के चेहरे पर लगती है, यह देखने वाली बात होगी। दरसल बता दे कि बीते दिन भाजपा पार्टी के जिला अध्यक्ष को लेकर ग्वालियर रोड स्थित भाजपा कार्यालय पर अध्यक्ष पद को लेकर रायशुमारी की गई। रायशुमारी में कुल 56 लोगों ने की। जिसमें मंडल प्रतिनिधि एवं मंडल अध्यक्ष तथा पूर्व विधायक एवं पूर्व सांसद आदि शामिल रहे। भाजपा संगठन जिला अध्यक्ष के चयन की बात करें तो रायशुमारी के दौरान कई लोगों ने अपनी दावेदारी पेश की। जिसमें सबसे ज्यादा ब्राह्मण एवं पिछड़ा वर्ग के लोग शामिल थे। जिसमें विपिन बिहारी गोस्वामी, रघुवीर कुशवाहा, कालीचरण कुशवाहा, डॉ रामजी खरे, माघवेंद सिंह परिहार, मीनाक्षी कटारे, मेघ सिंह गुर्जर, चमन सिंह यादव, प्रमोद पुजारी, पूर्व विधायक आशाराम अहिरवार,भगवान सिंह कुशवाह, भानू ठाकुर, मोहन पटवा के अलावा कुल काफी लोगो ने दावेदारी पेश की है।
इस बार जिलाध्यक्ष चयन को लेकर भाजपा संगठन काफी बारीकी से मंथन कर रहा है। अगर संगठन की पसंद की बात आए तो भाजपा संगठन किसी अच्छे चेहरे पर अपना दावा खेल सकता है। जिसमें संघ से जुड़े माघवेंद्र सिंह परिहार, संघ एवं भाजपा संगठन में काफी लंबे अरसे से कार्य कर रहे डॉक्टर रामजी खरे संगठन की पसंद हो सकते हैं। वही डॉक्टर रामजी खरे की संघ एवं पूर्व गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा से भी काफी नजदीकी एवं मिलनसार व्यवहार की वजह से जिला अध्यक्ष बनाया जा सकता है। वही संगठन अगर जाति का समीकरण को फैक्टर मानकर अपनाता है तो दतिया जिले में कुशवाहा एवं ब्राह्मण जाति का समीकरण काफी ज्यादा है।जिसमें कुशवाहा प्रथम पंक्ति में आते हैं। अगर पूर्व गृहमंत्री की पसंद एवं संगठन की पसंद को मिलाकर जाति का समीकरण साधने की कोशिश की गई तो इस बार कुशवाहा जाति के व्यक्ति को भाजपा जिला अध्यक्ष भी बनाया जा सकता है। जिसमें संगठन के सामने उपयुक्त तीन नाम सामने आ रहे हैं जिसमें ग्रामीण मंडल अध्यक्ष रघुवीर कुशवाहा ने अपने जिला अध्यक्ष को लेकर दावेदारी पेश की है। वह युवा कार्यकर्ता और काफी वजनदार कार्यकर्ता है। काफी वर्षों से भाजपा संगठन के लिए समर्थित कार्य करते चले आ रहे हैं। दूसरी तरफ कालीचरण कुशवाहा है जो भाजपा जिला उपाध्यक्ष एवं वरिष्ठ कार्यकर्ता के हैसियत से जाने जाते हैं। इसके पश्चात पूर्व नगर पालिका अध्यक्ष के पति एडवोकेट भगवान सिंह कुशवाहा भी जिला अध्यक्ष की दौड़ में शामिल हैं। इसके पश्चात अगर ब्राह्मण चेहरे पर भाजपा इस बार भी दावा खेलती है तो विपिन बिहारी गोस्वामी मंत्री जी के नजदीकी की वजह से अपनी दावेदारी कर रहे हैं किंतु उनके नाम पर काफी आपत्ति है तथा आयु का बंधन गणित डगमगाया हुआ है। जिस पर कई लोगों ने रायशुमारी के दौरान आपत्ति प्रकट की। वहीं बाहर से आए निर्वाचन अधिकारी ने भी आयु को लेकर खुलकर अपनी बात रखते हुए 60 वर्ष से कम व्यक्ति को ही वोट करने की बात कही थी। इसलिए दतिया में भाजपा जिला अध्यक्ष पद को लेकर काफी रस्साकशी का माहौल चल रहा है। देखने वाली बात होगी कि इस बार भाजपा जिला अध्यक्ष पूर्व गृहमंत्री जी की पसंद का होता है या संगठन की पसंद का। क्योंकि सूत्र बता रहे हैं कि इस बार भाजपा जिला अध्यक्ष के चुनाव भोपाल स्तर से नहीं बल्कि दिल्ली हाई कमान से भी मंथन के पश्चात चयन किया जा रहे हैं। अगर दिल्ली से चयन होता है तो निश्चित ही रूप से जिला अध्यक्ष को लेकर कोई चौंकाने वाला चेहरा ही सामने आएगा लेकिन जिला अध्यक्ष को लेकर एक अनार सौ बीमार जैसी हालत दतिया में बनी हुई है।
*काफी बरसों से नहीं बना कुशवाह जाति का जिलाध्यक्ष*
यहां एक बात उल्लेखनीय है कि भारतीय जनता पार्टी के चुनाव को लेकर काफी समय से सामान्य जाती के जिला अध्यक्ष बनते चले आ रहे हैं, लेकिन अभी तक बहुसंख्यक समाज कुशवाह जाति का व्यक्ति भाजपा जिला अध्यक्ष अभी तक नहीं बन सका है। अगर भारतीय जनता पार्टी इस बार जिला अध्यक्ष पद को लेकर कुशवाह जाति का समीकरण साधने की कोशिश करती है तो निश्चित रूप से ही कुशवाह जाति के व्यक्ति को जिला अध्यक्ष की कमान मिल सकती है। अब वह कौन होगा यह समय के गर्भ में छिपा हुआ है।





