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ग्राम किठौदा में बह रही है राम नाम की धारा

किठोंदा में आयोजित मानस सम्मेलन में बह रही रामनाम की धारा भितरवार।सनातन संस्कृति का महत्वपूर्ण धर्म ग्रंथ श्रीरामचरितमानस सभी समस्याओं का एकमात्र समाधान है। इस धर्म ग्रंथ की अध्ययन और अनुकरण से मनुष्य जीवन का कल्याण होता है तथा सभी प्रकार की समस्याओं का समाधान मिलता है। यह बात ग्राम किठोंदा में चल रहे श्री रामचरित मानस सम्मेलन के तृतीय दिवस की बेला में प्रवचन में प्रवक्ता अंजनी देवी रामायणजी ने कहीं। ग्राम किठोंदा के प्राचीन श्री हनुमान मंदिर पर ग्राम वासियों के सहयोग से चार दिवसीय श्री रामचरित मानस सम्मेलन का आयोजन किया गया है जिसमें रामचरित मानस के विद्वानों द्वारा अपनी मधुर वाणी से रामायण की चौपाई के माध्यम से भगवान की लीलाओं और आदर्शों का वर्णन किया जा रहा है विद्वान वक्ता के रूप में अष्टावक्र महाराज जी,अंजनी देवी, सोमवती देवी ने मानस सम्मेलन के तृतीय दिवस की बेला में प्रवचन देते हुए कहा कि मानस एक ऐसा अद्भुत ग्रंथ है जिसकी अध्ययन अनुकरण से मनुष्य की सभी प्रकार की समस्याएं समाप्त हो जाती हैं तथा उसके जीवन का कल्याण सुनिश्चित होता है। यह ग्रंथ मनुष्य को दिग्भ्रम और दिशा हीनता के माहौल से बाहर निकालने में सफलता देता है। श्री रामचरितमानस ग्राम वासियों के सहयोग से चले मानस सम्मेलन के तृतीय दिन बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं ने शामिल होकर प्रवचन सुने। आयोजोन समिति ने सभी विद्वान का शॉल श्रीफल भेंट कर स्वागत सम्मान कर अभिनंदन किया श्री राम चरित मानस सम्मेलन में भारतीय जनसेवा संगठन के मुखिया मोहन सिंह राठौड़ भी पहुंचे और वक्ताओं का सम्मान कर आशीर्वाद प्राप्त किया।
राम नाम के हीरे मोती में बिखराउं गली गली

Abhishek Agrawal