दतिया:-सेरसा में पीएम और सीएम के निर्देशों को ताक में रखकर गरीबों के हक पर निरंतर डाँका डाल रहा राशन दुकान संचालक
दतिया। जहाँ एक ओर केंद्र सरकार व राज्य सरकार कोविड को दृष्टिगत रखते हुए जरूरतमंद परिवारों को राहत देने के उद्देश्य से निःशुल्क व एकमुश्त राशन वितरण करने हेतु देश के प्रधानमंत्री और मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री निर्देश देते हैं वहीं दतिया जिले के सेरसा ग्राम में शासकीय उचित मूल्य की दुकान संचालक अपने आप को राजनैतिक संरक्षण से सशक्त बताते हुए जरूरतमंद पात्र परिवारों को मिलने वाले राशन को डकार रहा है।
सर्वोच्च्य न्यायालय के आदेशानुसार शासकीय उचित मूल्य की दुकानों का संचालन पूरे महीने किया जाना चाहिए वहीं सेरसा का संचालक जानकी पचौरी महीनेभर में एक दिन दुकान संचालित करता है। जिससे बहुत सारे परिवार राशन से वंचित रह जाते हैं।
ग्राम सेरसा में जरूरतमंद परिवार चीख चीख कर चिल्ला रहै हैं तो वही दुकान संचालक जानकी पचौरी द्वारा गरीबों के हक पर डाका डाला जा रहा है। सैकड़ों की संख्या में पात्रता पर्ची धारक दुकान पर पहुंच कर अपने हक के लिए चिल्लाते रहते हैं लेकिन संचालक किसी की नहीं सुनता और अपनी मनमर्जी से राशन बाटता है।
हितग्राहियों का कहना है पिछले कोविड से लेकर जनवरी 2022 तक कभी भी संचालक के द्वारा डबल राशन नहीं दिया गया। नवंबर और दिसंबर में भी 5 किलो प्रत्येक व्यक्ति के मान से राशन बांटा गया। पिछले 6 माह से नमक एवं शक्कर का वितरण नहीं किया गया।
ग्रामीणों ने इस विषय पर ग्राम के सरपंच से कई बार गुहार लगाई और सरपंच इस विषय पर खाद्य आपूर्ति अधिकारी को अवगत कराते रहें। लेकिन विभागीय अधिकारी और दुकान संचालक की मिलीभगत से कुछ भी नहीं हो सका। अब राशन के अभाव में गरीब लाचार ना तो मकर संक्रांति का त्यौहार मना सकता है और ना अपना पेट भर सकता है।
ग्राम के सरपंच द्वारा कई बार इस विषय पर विभागीय अधिकारियों को सूचना दी गई। लेकिन जांच व कार्यवाही अब तक नहीं कि गई। अब देखना है जिला प्रशासन इस विषय पर क्या कार्यवाही करता है।
सूत्रों की अगर मानें तो पिछले कोविड काल में भी हितग्राहियों को निशुल्क और डबल राशन नहीं दिया गया। और अभी भी दुकान संचालक घर घर जाकर अंगूठा लगवा लेता है और राशन नहीं देता है।




