दतिया/अग्रणी महाविद्यालय शासकीय पी.जी.कॉलेज दतिया में आज आयुक्त उच्च शिक्षा विभाग मध्य प्रदेश शासन के निर्देशानुसार राष्ट्रीय शिक्षा नीति- 2020 युवा सारथी शीर्षक अंतर्गत एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया इस कार्यशाला में इस कार्यशाला में शासकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय दतिया के स्नातक द्वितीय वर्ष/तृतीय वर्ष के 04-04 युवा सारथी छात्र/छात्राओं का चयन कर तथा स्नातक प्रथम वर्ष के प्रशिक्षण प्राप्त 04 छात्र/छात्राओं को सम्मिलित कर कुल 12 (छात्र 06 एवं छात्रा 06) को आज दिनांक 06.10.2023 को आयोजित कार्यशाला में ‘‘नई शिक्षा नीति 2020 – युवा सारथी’’ योजना प्रशिक्षण प्रदान किया गया। यह प्रशिक्षण महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ.डी.आर.राहुल की अध्यक्ष्ता एवं महाविद्यालय के प्राध्यापक डॉ.एस.के पाण्डेय, प्रोफेसर डॉ.एस.आर.लाहौरिया, डॉ.सीमा माग्रेट सिंह की उपस्थिति में नई शिक्षा नीति 2020 जिला नोडल अधिकारी एवं ब्राण्ड एम्बेसडर डॉ. एस. सी.कौशिक, एवं डॉ. शिवारमन पाण्डेय द्वारा दो सत्र में प्रदान किया गया। तथा प्रशिक्षण में उच्च शिक्षा विभाग द्वारा प्रदत्त पी.पी.टी. द्वारा प्रशिक्षण प्रदान किया गया।
कार्यक्रम का शुभारंभ माननीय प्राचार्य डॉ.डी.आर.राहुल एवं अन्य प्राध्यापकगणों द्वारा मां सरस्वती की प्रतिमा पर माल्यार्पण और दीपक प्रज्वलन के साथ हुआ। उदघाटन सत्र में पप्राचार्य डॉक्टर डी.आर. राहुल ने छात्रों को सम्बोधित करते हुए राष्ट्रीय शिक्षा नीति के महत्व पर प्रकाश डालते हुए बताया कि यह नीति छात्र केन्द्रित होते हुए राष्ट्र के लिए बहुत उपयोगी सिद्ध होगी उन्होंने बताया कि मध्यप्रदेश में सर्वप्रथम यह योजना दो वर्ष पूर्व लागू की गई थी जो सफलता पूर्वक तीसरे वर्ष में प्रवेश कर रही है। नई शिक्षा नीति को लेकर प्राध्यापक व छात्रों का अनुभव बहुत सकारात्मक सिद्ध हुआ है।
महाविद्यालय के प्राध्यापक डॉ.एस.आर.लाहौरिया ने छात्रों को नई शिक्षा नीति के विभिन्न पहलुओं से परिचित कराते हुए इसके सकारात्मक परिणाम बतायें। इसी सत्र में वनस्पति विज्ञान की अध्यक्ष डॉ.सीमा माग्रेट सिंह ने युवाओ को रोजगार एव स्वरोजगार के अनेक अवसर उपलब्ध होने के पहलुओ पर सम्बोधन दिया। डॉ.एस.के.पाण्डेय ने अपने वकत्व्य में बताया छात्रों राष्ट्रीय शिक्षा नीति के अन्तर्गत पाठ्यक्रम की रूप रेखा से अवगत कराया ।
कार्यशाला के दूसरे सत्र में एन.ई.पी. जिला एम्बेसडर डॉ.शिवारमन पाण्डेय ने पी.पी.टी. प्रजेन्टेशन करते हुए राष्ट्रीय शिक्षा नीति मुख्य विशेषताओं जेसे ज्वाईस बेस्ड क्रेडिट सिस्टम मल्टीपल एन्ट्री एक्जिट प्रक्रिया से अवगत कराया तथा उन्होने बताया एन.ई.पी. के माध्यम से विद्यार्थी अपनी बहुआयामी प्रतिभा का विकास कर सकेगे। ऐसा बताया। अगले सत्र में जिला एम्बेसडर डॉ. एस.सी.कौशिक ने स्नातक स्तर से चार वर्षीय पाठ्यक्रम एवं शोध कार्य के प्रोत्साहन के साथ इंटर्नशिप के महत्व को समझाया। डॉ.कौशिक म.प्र.शासन उच्चशिक्षा विभाग द्वारा पी.पी.टी. प्रजेन्टेशन को प्रस्तुत करते हुए छात्रों को नई शिक्षा नीति द्वारा एकेडमिक बैंक ऑफ क्रेडिट एवं भविष्य में विद्यार्थियों के लिए उपयोग पर चर्चा की।
इस कार्यक्रम में प्रो.जयश्री त्रिवेदी, डॉ.शिव सिंह, प्रो.रश्मि सिंह, डॉ.अभय राहुल,डॉ. ममता शर्मा डॉ.वासुदेव सिंह जादौन,डॉ.योगेश यादव,डॉ.अनुराधा समाधिया, डॉ.अर्पिता गुप्ता, चद्रजीत यादव, कृष्णकांत कुशवाहा, रोहित तिवारी,दिनेशभोई,हितेन्द्र श्रीवास्तव, डॉ. राहुल श्रीवास्तव, एवं छात्र/छात्राऐं उपस्थित रहीं।

