*मां विंध्यवासिनी की महिमा         मां पीतांबरा पीठ दतिया के अनन्य भक्त राजू यादव दद्दा  जी ने किए परिवार सहित कुलदेवी मां विंध्यवासिनी के दर्शन *।🌹🌹विंध्यवासिनी या योगमाया माँ दुर्गा के एक परोपकारी स्वरूप का नाम है। 🌺🌺उनकी पहचान आदि पराशक्ति के रूप में की जाती है। उनका मंदिर उत्तर प्रदेश में गंगा नदी के किनारे मिर्ज़ापुर से 8 किमी दूर विंध्याचल में स्थित है।🙏🏽🙏🏽 एक तीर्थस्थल हिमाचल प्रदेश में स्थित है, जिसे बंदला माता मंदिर भी कहा जाता है।🌼🌼
*।🌹🌹विंध्यवासिनी या योगमाया माँ दुर्गा के एक परोपकारी स्वरूप का नाम है। 🌺🌺उनकी पहचान आदि पराशक्ति के रूप में की जाती है। उनका मंदिर उत्तर प्रदेश में गंगा नदी के किनारे मिर्ज़ापुर से 8 किमी दूर विंध्याचल में स्थित है।🙏🏽🙏🏽 एक तीर्थस्थल हिमाचल प्रदेश में स्थित है, जिसे बंदला माता मंदिर भी कहा जाता है।🌼🌼
 _माँ योगमाया_
_समस्त यदुवंशियों की कुलदेवी मानी जाने वाली माँ भवानी की अवतार माँ योगमाया ने भगवान कृष्ण की बहन के रूप में वसुदेवजी के चचेरे भाई श्री नन्द यदुवंशी के यहाँ जन्म लिया था जिन्हें दुष्ट कंस ने मारने की कोशिश की थी।_
_माँ योगमाया ने अपना विकराल महामाया का रूप दिखा विंध्याचल की पहाड़ियों में स्थापित हुई और कालांतर में विंध्याचल की महारानी के नाम से विख्यात हुईं। माता योगमाया को ही विंध्यवासिनी और राजस्थान में कैला देवी के नाम से जाना जाता है।_
*माता योगमाया ने अपनी माया दिखा एक बार फिर सुभद्रा देवी के रूप में जन्म लिया।*





