*दीपावली के तुरंत बाद लगेगी पंचायत चुनावों के लिए आचार संहिता! तीन चरणों में होंगे चुनाव
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भोपाल। मध्य प्रदेश में पंचायती व्यवस्था के त्रिस्तरीय व्यवस्था के चुनाव नवंबर के दूसरे सप्ताह में घोषित होने की पूरी उम्मीद है। राज्य निर्वाचन आयोग ने अपने स्तर पर इसकी पूरी तैयारी कर ली है और अब औपचारिक घोषणा होना बाकी है।
*•6 राज्यों के पंचायत प्रतिनिधियों की कार्यशाला आयोजित, मध्यप्रदेश भी शामिल*
सूत्रों के हवाले मिली खबर के अनुसार पिछले दो साल से लगातार टलते आ रहे पंचायती त्रिस्तरीय व्यवस्था के चुनाव नवंबर के दूसरे सप्ताह में घोषित हो जाएंगे और 31 दिसंबर तक चुनावी प्रक्रिया पूरी कर ली जाएगी। राज्य निर्वाचन आयोग पहले ही सभी जिलों के कलेक्टरों को चुनावी तैयारी पूरी करने के लिए कह चुका है। सरकार के स्तर पर भी अब जिला पंचायत अध्यक्षों के आरक्षण की प्रक्रिया शेष रह गई है जिससे किसी भी दिन पूरा किया जा सकता है। दीपावली के तुरंत बाद राज्य निर्वाचन आयोग इन चुनावों की किसी भी दिन घोषणा करेगा और उसके साथ ही चुनाव का पूरा शेड्यूल घोषित हो जाएगा।पंचायती राज व्यवस्था के अंतर्गत ग्राम पंचायत, जनपद पंचायत एवं जिला पंचायत के चुनाव होने हैं। इसमें पंच, सरपंच, जनपद सदस्य और जिला पंचायत सदस्यों के चुनाव सीधे जनता करती है और जनपद पंचायत के अध्यक्ष व जिला पंचायत के अध्यक्ष का चुनाव चुने हुए सदस्यों के माध्यम से होता है। दरअसल राज्य सरकार लगातार इन चुनावों को टालती रही है जिसे लेकर हाई कोर्ट में भी याचिका लगाई गई। तर्क दिया गया कि जब उपचुनाव हो सकते हैं तो इन चुनावों में क्या अड़चन है। पंचायतों के चुनाव जल्द कराने की वजह यह भी है कि यदि यह चुनाव अगले साल के लिए टलते हैं तो फिर नई मतदाता सूची के आधार पर होंगे और उसमें लंबा वक्त लग जाएगा।




