दतिया

स्व-सहायता समूह की महिलाओं ने प्रदर्शनी में प्रदर्शित किए उत्पाद —————————————————– दतिया।मध्यप्रदेश डे राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन के स्व-सहायता समूह की महिलाओं द्वारा निर्मित उत्पादों की गत दिनों वृन्दावन गार्डन में प्रदर्शनी का आयोजन किया गया। आयोजित प्रदर्शनी का क्षेत्रीय सांसद श्रीमती संघ्या राय, कलेक्टर संजय कुमार, जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी कमलेश भार्गव, मध्यप्रदेश डे-राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन दतिया के अधिकारी के अधिकारीगण सहित स्व-सहायता समूह की महिलाये उपस्थित थी। प्रदर्शनी में स्व-सहायता समूह की महिलाओं द्वारा निर्मित उत्पादों में वांशिग पाउण्ड़र, सेनेट्री पेड़, मास्क, पापड़, चिप्स, अचार, मेक्रोनी, झाड़ू, पोला, पास्ता, मिट्टी की बनाई मूर्तियां, रूई, बत्ती, मिट्टी के दिए, पेन, चप्पल, झूमर, कुशन कवर, गमला आदि को प्रदर्शित किया। जिसे लोगों ने काफी पसंद किया।इस मैके पर स्व-सहायता समूह की महिलाओं ने बताया कि समूह से जुड़कर एवं विभाग से मिली सहायता से सामग्री निर्माण कर आत्म निर्भर बन गई है। अब उनके परिवार को संचालन में किसी प्रकार की परेशानी नही आ रही है। समूह की महिलाओं ने बताया कि उनके उत्पादों को ऑनलाईन के माध्यम से भी विक्रय कर रही है। महिलाओं ने बताया कि उनके द्वारा उत्पादित सामग्री, गुणवत्ता में किसी भी कंपनी से कम नहीं है और दामों में भी कम है।

स्व-सहायता समूह की महिलाओं ने प्रदर्शनी में प्रदर्शित किए उत्पाद
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दतिया।मध्यप्रदेश डे राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन के स्व-सहायता समूह की महिलाओं द्वारा निर्मित उत्पादों की गत दिनों वृन्दावन गार्डन में प्रदर्शनी का आयोजन किया गया। आयोजित प्रदर्शनी का क्षेत्रीय सांसद श्रीमती संघ्या राय, कलेक्टर संजय कुमार, जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी कमलेश भार्गव, मध्यप्रदेश डे-राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन दतिया के अधिकारी के अधिकारीगण सहित स्व-सहायता समूह की महिलाये उपस्थित थी। प्रदर्शनी में स्व-सहायता समूह की महिलाओं द्वारा निर्मित उत्पादों में वांशिग पाउण्ड़र, सेनेट्री पेड़, मास्क, पापड़, चिप्स, अचार, मेक्रोनी, झाड़ू, पोला, पास्ता, मिट्टी की बनाई मूर्तियां, रूई, बत्ती, मिट्टी के दिए, पेन, चप्पल, झूमर, कुशन कवर, गमला आदि को प्रदर्शित किया। जिसे लोगों ने काफी पसंद किया।इस मैके पर स्व-सहायता समूह की महिलाओं ने बताया कि समूह से जुड़कर एवं विभाग से मिली सहायता से सामग्री निर्माण कर आत्म निर्भर बन गई है। अब उनके परिवार को संचालन में किसी प्रकार की परेशानी नही आ रही है। समूह की महिलाओं ने बताया कि उनके उत्पादों को ऑनलाईन के माध्यम से भी विक्रय कर रही है। महिलाओं ने बताया कि उनके द्वारा उत्पादित सामग्री, गुणवत्ता में किसी भी कंपनी से कम नहीं है और दामों में भी कम है।

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