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संपादकीय:- हिंदुस्तान टुडे,, आज की राजनीति पर प्रमुखता से विचार

संपादकीय:- हिंदुस्तान टुडे

*आज की राजनीति पर प्रमुखता से विचार*
हिंदुस्तान में राजनीति का स्तर लगातार गिरता चला जा रहा है आज के युग में किसी भी प्रकार से राजनीति का शुद्धिकरण नहीं बचा हुआ है आपको बता दें कि भारत जैसे देश में कोई भी पार्टी हो भारत को लोकतंत्र का स्तंभ माना जाता है लेकिन अब लोकतंत्र का यही स्तंभ धीरे-धीरे ढलता चला जा रहा है आपको बता दे अभी हाल ही में बड़ा मुद्दा सामने आया है राजनीतिक पार्टी कोई भी हो अपने आपको दस्तूर लगाने से पीछे नहीं हटती है आपको बता दें कि भारत का जो प्रधानमंत्री का जो पद होता है वह सूक्ष्म शुद्ध होता है लेकिन पद की गरिमा को बनाए रखना देश के हर नागरिक की जिम्मेदारी होती है अभी हाल ही में प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के पंजाब दौरे को लेकर एक बड़ा मुद्दा खड़ा हुआ है भारतीय जनता पार्टी लगातार यह आरोप लगा रही है कि पंजाब सरकार के द्वारा प्रधानमंत्री के सुरक्षा में भारी चूक देखी गई और सड़कों पर अचानक किसान आंदोलन में फंसे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 20 मिनट तक रोका गया और उन्हें वापस लौट कर आना पड़ा वहीं भारतीय जनता पार्टी है आरोप भी लगा रही है कि इन 20 मिनट में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को कुछ भी हो सकता है हालांकि देश की मीडिया ने भी यही प्रदर्शित किया है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सुरक्षा में भारी चूक कांग्रेसी सरकार के द्वारा की गई,, भाई पंजाब सरकार में बैठे कांग्रेश के मुख्यमंत्री सीएम चन्नी ने बताया की प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जिस कार्यक्रम एवं दोहरे में जा रहे थे वहां पर एकत्रित भीड़ नहीं थी वहां पर भीड़ की संख्या नहीं थी इसी के चलते भारतीय जनता पार्टी कांग्रेस पर यह आरोप लगा रही है कि पंजाब सरकार के द्वारा सुरक्षा में चूक की गई है वहीं पंजाब सरकार का कहना है कि भारतीय जनता पार्टी की है सोची समझी रणनीति है जिसके चलते हैं काग्रेस पर आरोप-प्रत्यारोप लगा रहे हैं अब यह तो हुई राजनीतिक बातें तो इसमें तो देखिए कोई अभी तक सताया सिद्ध नहीं हुआ है कि पंजाब सरकार के द्वारा चूक हुई है या भारत सरकार की भारतीय जनता पार्टी कांग्रेसी सरकार पर आरोप लगा रही है यह अभी तक पूरी तरीके से सिद्ध नहीं हुआ है इस पर निष्पक्षता से जांच होना चाहिए और इस पर जांच अभी चल रही है,

*कोविड-19 कोरोनावायरस तीसरी लहर में आक्रमक*

भारत जैसे देश में प्रखंड का से कोविड-19 कोरोनावायरस तीसरी लहर में आक्रमण करने के लिए फिर से तैयार हुआ है आपको बता दें कि भारत जैसे देश में अब दोबारा कोरोना की रफ्तार बढ़ने लगी है भाई देश में हर संभव मदद में सरकारें लगी हुई है चाहे वह राज्य सरकार हो या वह केंद्र सरकार हो गरीबों को किस प्रकार से मदद मिले इस कोरोनावायरस में सरकार पूरी तरीके से लगी हुई है आपको बता दें कि राज्य सरकार द्वारा अलग-अलग नियम बनाए जा रहे हैं जिससे पूर्णा पर पूरी तरीके से नियंत्रण कर सके सभी राज्य अपने अपने हिसाब से राज्यों में समय की प्रवृत्ति को तय कर रहे हैं किस प्रकार से समय में परिवर्तन किया जाए जिससे लोगों की भीड़ कम लगे और सोशल डिस्टेंसिंग एवं मास्क लगाना सभी देशों में अनिवार्य कर दिया गया है खासकर भारत देश में भी सोशल डिस्टेंस और मांस को भी ऐड कर दिया गया है अब लगातार एवं सोशल डिस्टेंसिंग पर सरकार का कड़ी से कड़ी नियमों का पालन जनता से करा रही है चाहे वह किसी भी प्रकार के नियमों का उल्लंघन हो तो चालानी कार्रवाई भी की जा रही है लगातार इस प्रकार के नियमों से भारत में अब जनता को भी मास्क लगाने में परेशानियों का सामना नहीं करना पड़ रहा है लगाना एक रोजाना जैसी आदत को अपना लिया गया है,

*वैक्सीनेशन अभियान एवं टीकाकरण अभियान*

वैक्सीनेशन के मामले में हिंदुस्तान आज विश्व का नंबर वन देश है हिंदुस्तान में सबसे ज्यादा व्यक्ति नेशन अभियान में अपना अहम भूमिका निभा रहा है लगातार विश्व में भी हमारा हिंदुस्तान वैक्सीनेशन भेजने का काम कर रहा है हिंदुस्तान लगातार अपने कार्यों में अपने पड़ोसी देशों को साथ में लेकर चलने वाला देश पहला हिंदुस्तान बना है जो हर व्यक्ति की मदद करने में आगे रहता है ऐसा हमारा प्यारा हिंदुस्तान है हम बात करें हिंदुस्तान की तो हिंदुस्तान में कोने कोने में वैक्सीनेशन लगातार जारी है आज भी वैक्सीनेशन के पहला एवं दूसरा डोज पूरी तरीके से हमारे हिंदुस्तान में लग चुका है लेकिन अब 15 से 18 साल के बच्चों के लिए टीकाकरण निरंतर जारी है हमारे भारत जैसे देश में अलग-अलग राज्यों में अलग-अलग राज्यों की सरकारों में एक सा मरता है कि किसी भी कार्य में एकता को दिखाता है और यही देखने को लगातार मिल रहा है प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ चलकर भारत के सभी राज्यों की सरकारें लगातार कांटेक्ट बनाए हुए हैं करोना को देखते हुए सरकार अपने-अपने राज्यों में पूरी तरीके से नियंत्रण बनाए हुए हैं लगातार किसी भी प्रकार के विषय पर अगर बात की जाए तो सरकारें भली-भांति स्पष्ट रूप से अपने राज्यों में शांति परिचय लहराते हुए नजर आ रही है प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ आज भारत ने टीकाकरण के मामले में विश्व में पहला नंबर प्राप्त किया है हाल ही में 15 से 18 साल के बच्चों को लगातार टीकाकरण का अभियान जारी है 31 जनवरी तक पूरा हो जाएगा,

*राजनीति या राज करो नीति के साथ*
भारत की राजनीति में अहम मोड़ देखने को मिल रहा है भारत में बढ़ रही कोरोनावायरस की रफ्तार लेकिन राजनीतिक पार्टियां अपने चुनावी मुद्दों में भली भांति नजर आ रहे हैं हम बात कर रहे हैं भारत के कुछ ऐसे राज्यों की जहां पर कोरोना की रफ्तार के साथ साथ राजनीतिक सरगर्मियां तेज होती जा रही है आपको बता दें कि हाल ही में मध्यप्रदेश में त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव रद्द कर दिए गए क्योंकि इसमें ओबीसी आरक्षण को लेकर बात उठाई गई थी हालांकि बीजेपी आरोप लगा रही है कि त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव को लेकर कांग्रेस के द्वारा आरक्षण के चलते चुनाव को रद्द कराया गया है वहीं कांग्रेसी लगातार यह कह रही है कि राज्य सरकार और केंद्र सरकार में केवल भारतीय जनता पार्टी की सरकार बैठी हुई है अब यह बताइए हमारे कहने से क्या चुनाव कैंसिल कर दिए गए यदि हमारे कहने से अगर चुनाव कैंसिल कर दिए जाते हैं तो हमारे कहने से चुनाव करवाए जाए इस पर बात करने के लिए भारतीय जनता पार्टी का कोई भी प्रवक्ता कोई भी नेता अभी तक सामने नहीं आया है मध्य प्रदेश शासन के गृहमंत्री डॉक्टर नरोत्तम मिश्रा ने पंचायत चुनाव को रद्द करने के सरकार के साथ मिलकर दिए थे आदेश और कहां तक कोरोना लगातार तेजी से बढ़ रहा है जान से बढ़कर है त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव नहीं है इसी के चलते मध्यप्रदेश में त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव कोर्ट के फैसले के द्वारा राज्य निर्वाचन आयोग ने रद्द कर दिए हैं,, हम बात कर रहे हैं उन राज्यों की जहां पर कोरोना को चुनाव से डर लगता है क्या चुनाव से करो ना को डर लगता है यह अभी तक समझ में नहीं आ रहा है क्योंकि,,निर्वाचन आयोग ने शनिवार को कहा कि पांच राज्यों गोवा, मणिपुर, पंजाब , उत्तराखंड और उत्तर प्रदेश में सभी उम्मीदवारों, राजनीतिक दलों और सरकारों पर आचार संहिता के सभी प्रावधान लागू होंगे। आयोग ने कहा, ‘गोवा, मणिपुर, पंजाब, उत्तराखंड और उत्तर प्रदेश से संबंधित घोषणाओं या नीतिगत फैसलों के संबंध में आदर्श आचार संहिता केंद्र सरकार पर भी लागू होगी।’ आयोग ने कहा कि उसने चुनाव आचार संहिता के प्रभावी क्रियान्वयन को सुनिश्चित करने के लिए व्यापक इंतजाम किए हैं। अब आपको बता दें कि इन राज्यों में करो ना पहले का नहीं इन राज्यों में चुनाव कराने के लिए सरकारों ने आदेश दे दिए निर्वाचन आयोग ने आदेश दे दिए इनमें करो ना नहीं फेलेगा करो ना सिर्फ मध्य प्रदेश के त्रिस्तरीय पंचायतों में फैल रहा था,,

*भारत में रैलियां*

करुणा बारिश के चलते सभी रैलियों पर प्रतिबंध लगाया गए हैं लेकिन आपको बता दें कि जिस सरकार में जितना दम है वह अपने हिसाब से ले लिया कर रही है वहीं केंद्रीय राज्य निर्वाचन आयोग द्वारा लगातार राज्य निर्वाचन आयोग को सूचित कर रहा है कि रैलियों पर प्रतिबंध लगाए कोरोना वरस है अपने कदमों को देखते हुए लगातार प्रशासन कमी को व्रत रहा है तब कोरोनावायरस लगातार बढ़ जाएंगे फिर परेशानी सामने आएगी आपको बता दें कि इंसान से बढ़कर क्या चुनाव थे अगर कैंसिल कराने ही थे तो सभी जगह की कराए जाते थे लेकिन नहीं मध्यप्रदेश में त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव को कैंसिल कराने के नियम ही लागू किए गए थे क्योंकि मध्यप्रदेश में ही कोरोनावायरस है ऐसा कहना है सरकारों का अगर मध्य प्रदेश में करुणा सबसे ज्यादा फैल रहा होता तो भारत के सर्वश्रेष्ठ राज्य उत्तर प्रदेश में अभी तक चुनाव कैंसिल करा दिए गए होते

संपादकीय लेखक:-
संपादक:- संगम कुशवाहा
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